बाण माता शक्तिपीठ गोवटा बांध पर नवरात्रि महोत्सव संपन्न

आकोला(रमेश चंद्र डाड)। मेवाड़ के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल बाण माता शक्तिपीठ गोवटा बाँध पर आयोजित नवरात्र महोत्सव का समापन बुधवार की दोपहर 2 बजे पाती विसर्जन के साथ ही हो गया। पाती विसर्जन के अवसर पर हजारों श्रद्धालुओं के बाण माता के जयकारों के उदघोष से वातावरण गुंजायमान हो गया।

बाण माता शक्तिपीठ गोवटा बाँध विकास एवं प्रबन्ध संस्थान के अध्यक्ष अशोक कुमार शर्मा ने बताया कि बुधवार को मेनाली नदी में पाती विसर्जित की गई। पाती विसर्जन के अवसर हजारों श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। शोभायात्रा मन्दिर से ढोल नगाड़ों के जोशीले उदघोष के साथ शुरू हुई जो मेला प्रांगण से होकर मेंनाली नदी में पहुंची। पंडितों के वैदिक मंत्रिच्चारों के मध्य पाती विसर्जित की गई। नौ दिनों तक पंडितों ने विविध अनुष्ठान किए।

पूर्व केन्द्रीय मंत्री डॉ सी पी जोशी, पूर्व मंत्री राम लाल जाट, बीज निगम के पूर्व अध्यक्ष धीरज गुर्जर, पूर्व विधायक प्रदीप कुमार सिंह, जिलाध्यक्ष अक्षय त्रिपाठी बुधवार को बाण माता के यहां आए। मन्दिर में दर्शन कर पूजा अर्चना की। संस्थान के अध्यक्ष अशोक कुमार शर्मा ने डॉ जोशी को बाण माता के इतिहास और हो रहे विकास कार्यों की जानकारी दी।

मंगलवार की रात्री  बाण माता शक्तिपीठ गोवटा बांध पर अष्टमी के विशेष रात्री जागरण पर भजन संध्या आयोजित की गई। भजन संध्या में लोक कलाकार रिंकू शर्मा, भागचंद गुर्जर, शंकर केवट आदि ने भजन प्रस्तुत किए। नृत्यांगना हिना, मैना, सावर, रिंकू शर्मा ने भजनों पर नृत्य प्रस्तुत किए। भजन संध्या में हजारों श्रद्धालुओं ने लोक भजनों का तड़के तक आनन्द लिया।

दूसरी ओर बरुन्दनी में नवरात्रा पर्व के समापन पर चामुण्डा माता, चौथ माता के यहां से शक्ति के प्रतीक नेजे की शोभायात्रा निकाली गई। ढोल नगाड़ों के साथ नेजे की शोभायात्रा ऐतिहासिक मनोधर की बावड़ी पहुँची जहां जवारे विसर्जित किए गए। सगसजी चौहान सा, बरुन्दनी के यहां अखण्ड रामायण के पाठ, नाडेश्वर महादेव बरुन्दनी के यहां भी नवरात्रा पर्व के अनुष्ठान पूर्णाहूति के साथ बुधवार को संपन्न हुए। सिंगोली में भी विभिन्न धार्मिक स्थलों सोमनाथ महादेव, जोगणिया माता, बबूल वाले सगसजी के यहां नवरात्रा पर्व के अनुष्ठान पूर्णाहूति के साथ संपन्न हो गए।